24 फरवरी 2023 को दिन दहाड़े उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। इस दौरान उमेश पाल के साथ उनके दो सुरक्षाकर्मी भी मारे गए थे। आज हम आपको इस हत्याकांड से जुड़े सात अहम किरदारों की कहानी बताएंगे। ये सभी अतीक अहमद के परिवार के सदस्य हैं। आइए जानते हैं अतीक के परिवार के इन सदस्यों पर क्या-क्या आरोप लगे हैं?
पहले उमेश पाल हत्याकांड के बारे में जान लीजिए पेशे से वकील रहे उमेश पाल की 24 फरवरी 2023 को दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी। इस दौरान बदमाशों ने उनके साथ दो सुरक्षाकर्मियों को भी मार दिया था। यह घटना आसपास के सीसीटीवी कैमरों में दर्ज हो गई थी। उमेश पाल 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह थे, लेकिन मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अपनी जांच में उमेश पाल को गवाह नहीं बनाया था।
24 फरवरी की शाम को उमेश पाल जैसे ही अपने घर के पास पहुंचे, वैसे ही बदमाशों ने पहले तो उनकी कार पर गोलियां चलाईं। उसके बाद जब वो अपने गनर के साथ घर की ओर भागे, तो बदमाशों ने उन पर दो बम फेंके। तीनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उमेश पाल और उनके गनर संदीप मिश्रा की मौत हो गई। बाद में दूसरे गनर राघवेंद्र सिंह की लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस ने अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उसके भाई और पूर्व विधायक अशरफ, बेटे असद समेत 18 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इनमें असद (एनकाउंटर में ढेर) , सदाकत, अरमान, विजय चौधरी उर्फ उस्मान (एनकाउंटर में मारा गया), अरबाज (एनकाउंटर में मारा गया), साबिर, कैस अहमद (ड्राइवर, फिलहाल जेल में है), राकेश (हथियार और पैसे बरामद हुए), अरशद कटरा, नियाज (जिसने रेकी की थी), इकबाल अहमद (रेकी करने का आरोप), शाहरुख, (अतीक का नौकर जिसे जेल भेजा जा चुका है), डॉक्टर अखलाक और उसकी पत्नी (अतीक की बहन और बहनोई) भी शामिल हैं। इसके अलावा कई अतीक के अन्य चारों बेटे और कुछ अज्ञात लोगों का भी नाम एफआईआर में था
अब तक आठ गिरफ्तार हुए, छह नामजद आरोपी अब भी फरार
उमेश पाल हत्याकांड मामले में कुल आठ अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है और छह नामजद अभियुक्त फरार चल रहे हैं। अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर इस हत्याकांड की साजिश करने का आरोप है। अतीक पहले से साबरमती जेल में अन्य मामले में बंद था जिसे पुलिस प्रयागराज लेकर आई है। उसका भाई अशरफ बरेली जेल में है। इसे भी पुलिस प्रयागराज लाई है।