- जबसे रूस ने यूक्रेन पर हमला शुरू किया है, तबसे सारा विश्व दहशत में है। हालांकि इसका परिणाम ये हुआ कि विश्व के अन्य कई देश यूक्रेन के साथ मिलकर खड़े हो गए है। साथ ही वे लगातार हर तरह की संभव मदद करने का प्रयास कर रहे हैं। इस युद्ध ने सम्पूर्ण विश्व को एक साथ लाकर खड़ा कर दिया है।
- स्विटजरलैंड ने सदियों तक एक न्यूट्रल स्थिति में रहना त्याग दिया और अब यूक्रेन का समर्थन कर रहा है। इसी तरह फिनलैंड ने भी एक एतिहासिक कदम बढ़ाते हुए यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करने का निर्णय लिया है।
- कई विश्व प्रसिद्ध हस्तियां अपने प्रभाव का उपयोग करके यूक्रेन के प्रति अपने समर्थन और जागरूकता फैलाने के लिए कर रहे हैं। हमने हाल में ही स्टीफन किंग की एक पोस्ट देखी जिसमे वे यूक्रेन के समर्थन के लिए टी शर्ट पहने हुए है।
- एक अन्य देश ताइवान ने यूक्रेन को 27 टन चिकित्सा आपूर्ति भेजकर बड़े पैमाने पर हिम्मत दिखाईं है। साथ ही अज़रबैजान आधारित ईंधन कंपनी, सॉकर ने यूक्रेनी एम्बुलेंस और अन्य सहायता देने वाले वाहनों को मुफ्त गैस की पेशकश कर रही है।
- कई रूसी समाचार साइटों को एनोनिमस द्वारा हैक किया जा रहा है। रूस के निरंतर समर्थन करने के लिए एनोनिमस ने बेलारूस की सरकारी साइटों पर साइबर हमला शुरू किया।
- यूरोपीय संघ ने यूक्रेनी शरणार्थियों के साथ यात्रा करने वाले पालतू जानवरों के लिए प्रवेश कागजी कार्रवाई में ढील दी है। यह काबिले तारीफ़ है।
- एक अन्य तस्वीर देखी गई जिसमे पोलैंड के ट्रेन स्टेशनों पर यूक्रेन से शरणार्थियों का स्वागत किया जा रहा है। लोग भोजन, पानी, कपड़े, कार, आवास, चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक सहायता कर रहे हैं। ये लोग अपना पैसा और समय खर्च कर रहे है ताकि लोगों की मदद की जा सके।
- यूक्रेन के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने रूसी आक्रमण के बीच एलोन मस्क का धन्यवाद किया। असल में यूक्रेन में सैटेलाइट इंटरनेट की सुविधा शुरू हो गई है, जो मददगार साबित हो रहा है।
- गूगल ने भी मानचित्र में यूक्रेन में लाइव ट्रैफ़िक डेटा को हटा दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि रूसी सेना को भ्रमित किया जा सके।
- यूक्रेन के सशस्त्र बलों और नागरिकों की मदद के लिए इज़राइल से भी डॉक्टर रवाना हुए है। साथ ही बड़ी बड़ी जानी मानी हस्तियाँ वित्तीय सहायता दे रही है।
- यूरोपीय संघ के साथ साथ विश्व के कई अन्य देशों ने रूसी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद किया। सबका मकसद रूस पर दबाव बनाने को है।
- स्वीडन ने भी यूक्रेन को चिकित्सा एवं अस्पताल संबंधी उपकरण भेज रहा है। इसके अलावा डेनमार्क में भी यूक्रेन में स्वयंसेवकों को विदेशी ब्रिगेड में शामिल होने की मंजूरी दे दी है। ऐसा करने वाला डेनमार्क पहला देश बना।