राजस्थान: पुलिस ने वकील को बुरी तरह पीटा, ऊपर पेशाब करने का आरोप, कोर्ट के आदेश पर मेडिकल, ये बोले BJP विधायक
September 27, 2023
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विधायक संजय शर्मा ने कहा कि डिप्टी एसपी मुनेश मीना ने एक झूठे केस में अधिवक्ता को फंसाया। उसके साथ बर्बरता से मारपीट की गई। साथ ही पुलिस अधिकारी ने उनके मुंह पर पेशाब भी किया। विधायक ने कहा कि हार्डकोर अपराधी को भी पुलिस इतना नहीं मारती, जितनी बुरी तरह वकील को पीटा गया है।
भिवाड़ी के तिजारा में पुलिसकर्मियों ने एक वकील के साथ जमकर मारपीट की। इससे उसे गंभीर चोटें आईं हैं। वहीं, आरोप है कि मारपीट के बाद पीड़ित वकील के ऊपर पेशाब भी किया गया है। घटना करीब 10-12 दिन पुरानी है, लेकिन अब इसे लेकर मामला गरमा गया है। बीजेपी विधायक संजय शर्मा ने डिप्टी एसपी को बर्खास्त करने की मांग की है। पीड़िता वकील तिजारा के पुरुषोत्तम सैनी हैं।
विधायक संजय शर्मा ने कहा- तिजारा में दो समुदायों में झगड़ा हुआ और एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। मृतक के परिजनों द्वारा FIR दर्ज कराई। लेकिन, मामले में अधिवक्ता पुरुषोत्तम सैनी का कहीं नाम नहीं है। लेकिन, डिप्टी एसपी मुनेश मीणा ने वकली सैनी को फंसाया है। ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि सैनी ने डिप्टी एसपी मीणा के 5 लाख रुपये के रिश्वत मांगने के मामले को ऊजागर किया था। कोर्ट के जरिए केस दर्ज कराया गया और भिवाड़ी एसपी के सामने एक व्यक्ति की गवाही भी कार्रवाई।
इसी मामले को लेकर डिप्टी एसपी मुनेश मीना ने अधिवक्ता को फंसाया। उससे बुरी तरह अमानवीयता और बर्बरता से मारपीट की। पुलिस अधिकारी ने उनके मुंह पर पेशाब भी किया। विधायक संजय शर्मा ने कहा कि हार्डकोर अपराधी को भी पुलिस इतना नहीं मारती, जितनी बुरी तरह वकील सैनी को पीटा गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डीजीपी आरोपी पुलिस अफसर मीणा को जल्द बर्खास्त करें। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास की धारा लगाकर केस दर्ज किया जाए। विशेष जांच कमेटी से जांच करवाई जाए और निर्दोष वकील को छोड़ा जाए। विधायक शर्मा ने कहा कि हम अपनी मांग को लेकर तिजारा बंद करवाकर 24 घंटे धरना प्रदर्शन भी करने वाले हैं।
पीड़ित वकील के साथी एडवोकेट हवा सिंह यादव ने बताया पुरुषोत्तम सैनी की पत्नी भाजपा पार्षद हैं। पुलिस बता रही है कि उन्हें सोहना के आसपास से पकड़ा। पुलिस ने सैनी के साथ बुरी तरह से मारपीट की है। शारीरिक और मानसिक रूप से टॉर्चर किया गया। घटना के 48 घंटे तक पुलिस ने मेडिकल नहीं कराया। खतरा बताकर दौसा शिफ्ट कर दिया। इस्तगासे से गुहार लगाई तो कोर्ट के आदेश पर जिला अस्पताल के 4 सदस्यों की मेडिकल टीम गठित की गई। कोर्ट ने पुलिस को बुधवार शाम 6 बजे मेडिकल कराने को कहा। लेकिन, पुलिस रात 10 बजे अस्पताल पहुंची। मेडिकल जांच टीम ने वकील को प्राथमिक उपचार देने की आवश्यकता बताई और जिला अस्पताल में एडमिट किया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने पीड़ित वकील को डंडों और बंदूक की बट से पीटा है। पीट-पीटकर पुलिस ने ये हालत कर दी है कि उनका चेहरा भी पहचान में नहीं आ रहा है। फिलहाल वकील सैनी को अलवर के जिला अस्पताल के कैदी वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। जहां पर उसका इलाज चल रहा है।