वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन बना 'ईट राइट स्टेशन', जानें इसके बारे में सब कुछ
भारतीय रेलवे के वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन को यात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाला पौष्टिक भोजन प्रदान करने के लिए 5-स्टार रेटिंग के साथ 'ईट राइट स्टेशन' सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया है। यह सर्टिफिकेट भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा दिया जाता है। 'ईट राइट स्टेशन' पहल 'ईट राइट इंडिया' अभियान का हिस्सा है। इस लेख में हम 'ईट राइट स्टेशन' के अलावा 'ईट राइट इंडिया' अभियान को भी जानेंगे।
'ईट राइट स्टेशन' क्या है
FSSAI की 'ईट राइट स्टेशन' पहल यात्रियों, आगंतुकों और रेलवे अधिकारियों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन परोसने के लिए रेलवे को सक्षम बनाने के लिए शुरू की गई है। बेंचमार्क मानदंडों को पूरा करने वाले रेलवे स्टेशन को उत्कृष्टता के प्रमाण पत्र के माध्यम से 'ईट राइट स्टेशन' के रूप में मान्यता दी जाती है।
इस पहल की जरूरत क्यों
रेलवे स्टेशन पर खाद्य पारिस्थितिकी तंत्र अक्सर बड़ा और विविध होता है। इसमें कैटरिंग कम रिटेल आउटलेट, रिटेल आउटलेट, फूड प्लाजा, रेलवे प्लेटफॉर्म पर मोबाइल फूड वेंडर और बेस किचन, फूड वेयरहाउस शामिल होते हैं। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों और आगंतुकों के लिए सुरक्षित भोजन और स्वस्थ आहार उपलब्ध कराने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है, जिसमें विभिन्न प्रकार के खाद्य व्यवसाय शामिल हों। 'ईट राइट स्टेशन' पहल में रेलवे स्टेशन को 1 से लेकर 5 तक की रेटिंग दी जाती है। ऑडिट एजेंसी ये रेटिंग खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता का अनुपालन,स्वस्थ आहार, खाद्य अपशिष्ट प्रबंधन, स्थानीय मौसमी भोजन का प्रचार, खाद्य सुरक्षा और स्वस्थ आहार पर प्रचार और जागरूकता को लेकर दी जाती है।
स्टार सर्टिफिकेशन वाले अन्य स्टेशन
वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के अलावा स्टार सर्टिफिकेशन वाले अन्य रेलवे स्टेशनों में आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन (दिल्ली), छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (मुंबई), मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन (मुंबई), वडोदरा रेलवे स्टेशन, चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन और भोपाल रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
'ईट राइट इंडिया' मूवमेंट
पिछले कुछ दिनों में भारत में खाद्य जनित बीमारियों, अल्प पोषण, सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी, मोटापे, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हृदय संबंधी बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इसी को देखते हुए FSSAI ने सभी भारतीयों के लिए सुरक्षित, स्वस्थ और टिकाऊ भोजन सुनिश्चित करने के लिए देश की खाद्य प्रणाली को बदलने के लिए 'ईट राइट इंडिया' मूवमेंट की शुरुआत की है। इस मूवमेंट की टैगलाइन है 'सही भोजन, बेहतर जीवन'। 'ईट राइट इंडिया' को राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 से जोड़ा गया है, जिसमें आयुष्मान भारत, पोषण अभियान, एनीमिया मुक्त भारत और स्वच्छ भारत मिशन शामिल है। औद्योगिक ट्रांस वसा की खपत से जुड़े स्वास्थ्य खतरों को पहचानते हुए, FSSAI ने "ट्रांस फैट @75 से मुक्ति" का लक्ष्य भी निर्धारित किया है।