- पायलट के समर्थन में कांग्रेस के बड़े नेतासचिन पायलट की ओर से 11 अप्रैल को अनशन किए जाने के ऐलान के बाद उनके समर्थन में आचार्य प्रमोद कृष्णम और छतीसगढ़ कांग्रेस के टीएस देव सिंह उतर आए हैं।
- सरकार बचाने वाले विधायक भी अब पायलट के समर्थन मेंसाल 2020 में सरकार के समर्थन करने वाले बहरोड़ के निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने भी सचिन पायलट का समर्थन किया है। यादव ने वसुंधरा राजे और सीएम अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए ट्वीट किया है। अपने ट्वीट के जरिए उन्होंने कहा आखिर कोई तो है। जो इस गठजोड़ के खिलाफ आवाज उठा रहा है।
- ज्योतिबा फुले को नमन कर अनशन स्थल पहुंचे पायलटसचिन पायलट ने महान महात्मा ज्योतिबा फुले को श्रद्धांजलि देकर अनशन स्थल पहुंच गए हैं। सचिन के साथ हजारों कार्यकर्ता भी अनशन पर बैठेंगे। सचिन पायलट अकेले अनशन पर बैठेंगे। अनशन के दौरान पायलट मौन रहेंगे। पायलट के अनशन से राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया है। सीएम अशोक गहलोत की इस अनशन पर खास नजर है। हालांकि, पार्टी आलाकमान का समर्थन गहलोत को है लेकिन पायलट को लेकर पार्टी ने अभी कोई सख्त बयान नहीं दिया है।
- अनशन के लिए घर से निकले सचिन पायलटसचिन पायलट अनशन करने के लिए अपने घर से निकल चुके हैं। सचिन के साथ समर्थकों की भारी भीड़ है। सचिन वसुंधरा राजे के भ्रष्टाचार मामले में अनशन करने वाले हैं। सचिन के अनशन से कांग्रेस को काफी टेंशन हो रही है। कुछ देर में अनशन पर बैठेंगे सचिन।
- सचिन के अनशन पर हरकत में कांग्रेस आलाकमानसचिन का अनशन पर हरकत में कांग्रेस आलाकमान। राजस्थान के प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा आज राजस्थान पहुंच रहे हैं। रंधावा ने कल देर रात एक बयान जारी किया था। जिसमें कहा था कि सचिन के जो भी कंसर्न हैं, पार्टी फोरम में रखें। हाईकमान गहलोत के साथ है।
- सचिन पायलट पर सलमान खुर्शीद बोले, बात घर में होनी चाहिएकांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि जो भी बात है वो घर में होनी चाहिए। बाहर बोलने की गलती नहीं करनी चाहिए। अगर कुछ है तो सीएम से मिलकर बोलें। सचिन के इस अनशन को पार्टी के खिलाफ खुला विद्रोह माना जा रहा है।
- जयपुर के शहीद स्मारक मैदान में सचिन पायलट के अनशन का मंच तैयार। सचिन वसुंधरा राजे सरकार के दौरान हुई भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच की मांग को लेकर एक दिन के अनशन पर बैठ रहे हैं। अनशन से पहले मैदान में सचिन समर्थकों का आना शुरू हो चुका है।
- सुखजिंदर सिंह रंधावा ने लैटर जारी कर जताया विरोधकांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा बीती देर रात को जयपुर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट की ओर से अनशन किये जाने का फैसला पार्टी विरोधी फैसला है। रंधावा ने कहा कि सचिन पायलट को मीडिया में जाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने और अनशन का फैसला लेने से पहले पार्टी के मंच पर अपनी बात रखनी चाहिए। देर रात रंधावा की ओर से एक लैटर भी जारी किया गया। इसमें लिखा है कि अपनी ही सरकार के साथ उनकी कोई समस्या है तो मीडिया और जनता के बजाय पार्टी के प्लेटफॉर्म पर चर्चा की जा सकती है। मैं पिछले पांच महीने से एआईसीसी प्रभारी हूं। लेकिन पायलट जी ने इस मुद्दे पर कभी भी मुझसे चर्चा नहीं की। मैं उनके संपर्क में हूं और अभी भी शांतिपूर्ण ढंग से बातचीत करने की अपील करता हूं। क्योंकि वह निर्विवाद रूप से कांग्रेस पार्टी के एक मजबूत स्तंभ हैं।
- अनशन से पहले पायलट ने राजस्थान के स्वाभिमान की बात कहीसचिन पायलट ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे राज में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठने के पहले सोमवार को पहले सोमवार को राजस्थान के स्वाभिमान की बात की है। पायलट ने एक ट्वीट कर किया, जिसमें वे अपने एक समर्थक के गले रहे है। उन्होंने लिखा-मन में खुशी, चेहरे पर मुस्कान, यहां हर दिल में बसे, राजस्थान का स्वाभिमान।
- गहलोत के खिलाफ पायलट के हमलों का मुकाबला करने को कांग्रेस एक्शन मोड मेंपूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की ओर एक दिवसीय उपवास की घोषणा के बाद उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए कांग्रेस एक कार्य योजना के साथ तैयार होती दिख रही है। पार्टी के राजस्थान प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा के एक-दो दिन में राज्य का दौरा करने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने पायलट द्वारा सीएम को भेजे गए पत्रों की भी मांग की है। रंधावा ने पायलट द्वारा की गई कार्रवाई को जल्दबाजी में उठाया गया कदम करार दिया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि पायलट ने कभी भी उनके साथ सीएम द्वारा उनके पत्रों का जवाब न दिए जाने के मुद्दे पर चर्चा नहीं की है। पायलट ने अशोक गहलोत पर नए सिरे से हमला किया है और विरोध प्रदर्शन की घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब चुनाव कुछ ही महीने दूर है।
- सचिन पायलट शहीद स्मारक पर अनशन करेंगेराजस्थान में कांग्रेस पार्टी के अंदर सियासी सरगर्मी बढ़ गई हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट मंगलवार को शहीद स्मारक पर अनशन करेंगे। सचिन पायलट ने वसुंधरा सरकार के शासन में भ्रष्टाचार की जांच की मांग की है। बताया गया है कि अनशन के दौरान ना तो कोई भाषण होगा और ना ही नारेबाजी होगी। इस कार्यक्रम में किसी मंत्री या विधायक को आमंत्रित नहीं किया गया है। सिर्फ राज्य के अलग-अलग इलाकों से कार्यकर्त्ता आएंगे और अनशन में शामिल होंगे।
- सचिन पायलट के अनशन पर बड़े नेताओं की चुप्पीकांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट की ओर से अनशन का ऐलान करने के बाद पार्टी के सभी बड़े नेताओं ने चुप्पी साध ली है। जबकि अनशन के एक दिन पहले सचिन पायलट ने कहा कि पूर्ववर्ती बीजेपी शासन के दौरान हुए घोटाले की जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती बीजेपी शासन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार पर हजारों करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। साथ ही सत्ता में आने के बाद इसकी जांच कराने का भरोसा दिलाया था। इसलिए अब इसकी जांच करानी चाहिए।
- अशोक गहलोत सरकार ने बड़ी संख्या में जनहितैषी योजनाएं लागू कींकांग्रेस नेता सचिन पायलट के राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर ताजा हमले के बाद रविवार को पार्टी ने कहा कि गहलोत सरकार ने बड़ी संख्या में ऐसी योजनाएं लागू कीं, जिनसे लोगों को फायदा हुआ है। पार्टी ने दावा किया कि अपनी उपलब्धियों के साथ-साथ संगठन के सामूहिक प्रयासों के बल पर राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस को जनादेश मिलेगा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में कांग्रेस सरकार ने बड़ी संख्या में योजनाएं लागू की हैं और कई नई पहल की हैं, जिन्होंने लोगों को गहराई से प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य को शासन की दृष्टि से देश में अग्रणी स्थान मिला है। राजस्थान में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ उत्कृष्ट रूप से सफल रही। यह सब राज्य में पार्टी संगठन के समर्पण और दृढ़ संकल्प से संभव हो सका