Pakistan Army: पाकिस्तान के जर्नलिस्ट हामिद मीर ने पूर्व आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा को लेकर एक चौंकाने वाला दावा किया है। मीर का कहना है कि बाजवा ने कश्मीर को लेकर सौदा किया था। बाजवा ने यह बात स्वीकार कर ली थी कि उनकी सेना भारत से लड़ने के योग्य नहीं है।
कराची: पाकिस्तान के जर्नलिस्ट हामिद मीर ने भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर हुए युद्धविराम के पीछे पूर्व सेना प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) कमर जावेद बाजवा ने कश्मीर पर एक डील की थी। हामिद मीर ही वह जर्नलिस्ट हैं जिन्होंने कुछ महीने पहले यह तक कहा था कि कश्मीर को लेकर बाजवा ने पर्दे के पीछे कूटनीतिक प्रयास किए हैं। मीर का एक वीडियो वायरल हो रहा है और उसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि बाजवा ने यह माना था कि पाकिस्तान आर्मी इतनी ताकतवर नहीं है कि वह भारत के साथ लड़ सके। मीर, पाकिस्तान के मशहूर जर्नलिस्ट हैं और भारत-पाक रिश्तों पर उनकी राय पड़ोसी मुल्क में काफी मायने रखती है।
भारत से लड़ नहीं सकती पाकिस्तानी सेना
हामिद मीर को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि जनरल बाजवा ने 25 जर्नलिस्ट्स के सामने यह कहा था कि पाकिस्तानी आमी के टैंक्स काम नहीं करते हैं और न ही सेना के पास इतना पैसा है कि उनमें डीजल डाला जा सके। उन्होंने जर्नलिस्ट्स के सामने यह बात मानी थी कि पाकिस्तान की आर्मी लड़ने के योग्य नहीं है। हामिद मीर के मुताबिक जनरल बाजवा ने कश्मीर पर एक डील की। जिस समय एलओसी पर युद्धविराम हुआ, उस समय भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान का दौरा करने वाले थे। हामिद मीर का दावा है कि मोदी अप्रैल 2021 में पाकिस्तान आने वाले थे।
हामिद मीर के मुताबिक जब पूर्व पीएम इमरान खान की सरकार में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को यह पता लगा कि मोदी, पाकिस्तान आने वाले हैं तो वह भड़क गए। उन्होंने इमरान से पूछा कि क्या उन्हें पता है पीएम मोदी पाकिस्तान आने वाले हैं। इस पर इमरान का जवाब था कि बाजवा और लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) फैज हामिद ने उन्हें बताया था कि वह आने वाले हैं लेकिन कब यह कुछ नहीं मालूम।
इस पर इमरान ने फैज को फोन करके विदेश विभाग से इस पर बात करने के लिए कहा। उसके बाद विदेश मंत्रालय के सामने बाजवा ने यह बात दोहराई कि पाकिस्तान आर्मी के टैंक्स चलने के लायक नहीं हैं। न ही उन्हें चलाने के लिए डीजल है। हामिद मीर के मुताबिक शाह महमूद कुरैशी ने इस पर बाजवा से कहा कि यह भारत का बिछाया हुआ है जाल है जो देश के हित में नहीं हैं। इस पर बाजवा काफी नाराज भी हो गए थे।
एक जनरल के बेतुके बोलउनका कहना था कि इमरान खान और बाजवा के बीच यहीं से तनाव शुरू हो गया। बाजवा का मानना था कि कश्मीर मसले के हल के साथ ही उन्हें एक और सेवा विस्तार भी मिल जाता। हामिद मीर के मुताबिक इमरान भले ही यह कहे कि बाजवा ने उनकी सरकार गिरा दी लेकिन वह कभी भी इस पर बात नहीं करते हैं कि पूर्व जनरल ने कश्मीर पर क्या किया। हामिद का दावा है कि भारतीय वायुसेना के सामने मजबूती से खड़े होने वाली पाकिस्तान मिलिट्री के लिए एक जनरल सेना के कमजोर होने की बात करते हैं। मीर के मुताबिक बाजवा ने कश्मीर के लोगों को धोखा दिया है और इस धोखे की वजह से वह आज तक संभल नहीं पाए हैं।