त्रिपुरा, मेघालय,नगालैंड विधानसभा चुनाव: 16, 27 फरवरी को मतदान, 2 मार्च को परिणाम
चुनाव आयोग ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। त्रिपुरा में 16 फरवरी को मतदान, नागालैंड और मेघालय में 27 फरवरी को मतदान होगा। तीन राज्यों की 60-60 विधानसभा सीटों के लिए एक-एक चरण में मतदान किया जाएगा। वहीं चुनाव के नतीजे 2 मार्च को घोषित किए जाएंगे। तीन राज्यों के विधानसभा का कार्यकाल इसी साल मार्च में खत्म हो रहा है। चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही इन राज्यों में आचार संहिता लागू कर दी गई है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि आयोग ने 11-15 जनवरी के दौरान तीन राज्यों का दौरा किया और समीक्षा बैठकें कर राजनीतिक दलों से भी मुलाकात की और उनके द्वारा उठाए गए लगभग सभी राज्य-विशिष्ट मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी और प्रत्येक राज्य की प्रासंगिक और महसूस की गई आवश्यकताओं के अनुसार उपाय किए।
62.8 लाख से अधिक मतदाता
नगालैंड, मेघालय और त्रिपुरा में संयुक्त रूप से 62.8 लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनमें 31.47 लाख महिला मतदाता, 97,000 मतदाता 80 साल से अधिक के हैं और 31,700 विकलांग मतदाता शामिल हैं। 3 राज्यों में चुनाव में भाग लेने के लिए 1.76 लाख से अधिक मतदाता पहली बार हिस्सा लेंगे। चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार के विधानसभा चुनावों की मतदाता सूची में महिलाओं का प्रतिनिधित्व पुरुषों की तुलना में ज्यादा है।
मतदान केंद्र
चुनाव आयोग ने बताया कि 3 राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए 180 विधानसभा क्षेत्रों में 9125 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में 80% से अधिक पोलिंग स्टेशन और 70 फीसदी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। इसके अलावा मतदान केंद्रों पर वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए सभी इंतजाम किए जाएंगे। 80 वर्ष से अधिक और पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के लिए घर पर मतदान की सुविधा उपलब्ध होगी।
लोकतंत्र में हिंसा का स्थान नहीं
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है, और हमें उम्मीद है कि इन चुनावों में हिंसा की कोई खबर सामने नहीं आएगी। चुनाव आयोग ने कहा कि कुछ ही राज्य ऐसे हैं, जहां चुनाव के बाद और पहले हिंसा की घटनाएं देखने को मिलती है। हाल ही में दो राज्यों में चुनाव हुए हैं, वहां ऐसी कोई हिंसा चुनाव के दौरान नहीं हुई।37905:49 PM
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि आयोग ने 11-15 जनवरी के दौरान तीन राज्यों का दौरा किया और समीक्षा बैठकें कर राजनीतिक दलों से भी मुलाकात की और उनके द्वारा उठाए गए लगभग सभी राज्य-विशिष्ट मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी और प्रत्येक राज्य की प्रासंगिक और महसूस की गई आवश्यकताओं के अनुसार उपाय किए।
62.8 लाख से अधिक मतदाता
नगालैंड, मेघालय और त्रिपुरा में संयुक्त रूप से 62.8 लाख से अधिक मतदाता हैं, जिनमें 31.47 लाख महिला मतदाता, 97,000 मतदाता 80 साल से अधिक के हैं और 31,700 विकलांग मतदाता शामिल हैं। 3 राज्यों में चुनाव में भाग लेने के लिए 1.76 लाख से अधिक मतदाता पहली बार हिस्सा लेंगे। चुनाव आयोग ने बताया कि इस बार के विधानसभा चुनावों की मतदाता सूची में महिलाओं का प्रतिनिधित्व पुरुषों की तुलना में ज्यादा है।
मतदान केंद्र
चुनाव आयोग ने बताया कि 3 राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए 180 विधानसभा क्षेत्रों में 9125 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में 80% से अधिक पोलिंग स्टेशन और 70 फीसदी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। इसके अलावा मतदान केंद्रों पर वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए सभी इंतजाम किए जाएंगे। 80 वर्ष से अधिक और पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के लिए घर पर मतदान की सुविधा उपलब्ध होगी।
लोकतंत्र में हिंसा का स्थान नहीं
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है, और हमें उम्मीद है कि इन चुनावों में हिंसा की कोई खबर सामने नहीं आएगी। चुनाव आयोग ने कहा कि कुछ ही राज्य ऐसे हैं, जहां चुनाव के बाद और पहले हिंसा की घटनाएं देखने को मिलती है। हाल ही में दो राज्यों में चुनाव हुए हैं, वहां ऐसी कोई हिंसा चुनाव के दौरान नहीं हुई।37905:49 PM