Cough And Viral Infection: देश में इन दिनों मरीज खांसी परेशान कर रही है। किसी को तो यह 5-7 दिन तो किसी को महीने भर परेशान कर रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर खांसी लंबी खिंच रही है तो डॉक्टर को जरुर दिखाएं। हो सकता है यह टीबी और निमोनिया के लक्षण हों।
एक हफ्ते से ज्यादा समय से है खांसी, तो टीबी या निमोनिया भी हो सकता है!
हाइलाइट्स
- लोगों को परेशान कर ही खांसी, एक हफ्ते से लेकर महीनों तक दिख रहा असर
- एक हफ्ते से ज्यादा खांसी कहीं टीबी और निमोनिया के लक्षण तो नहीं
- एक्सपर्ट्स बोले- खांसी की अवधि लंबी होने पर लें डॉक्टरी सलाह
नई दिल्ली: केवल खांसी हो और फीवर नहीं हो, तो अमूमन लोग इसे हल्के में लेते हैं। लेकिन, यह ट्रेंड खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इन दिनों लंबी चल रही खांसी का समय पर इलाज न किया जाए तो यह टीबी या बैक्टीरियल निमोनिया भी हो सकता है। इन दिनों ऐसा भी देखा जा रहा है जो मरीज वायरल फीवर की वजह से इलाज के लिए भर्ती नहीं हुए, उन्हें खांसी के लिए भर्ती होना पड़ा है। इसलिए खांसी को हल्के में नहीं लेना चाहिए, पांच से सात दिनों से ज्यादा समय से खांसी हो तो जांच जरूर कराएं। ब्लड टेस्ट और एक्सरे से यह साफ हो जाता है कि खांसी क्यों हो रही है।
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5 से 7 दिनों से ज्यादा खिंचे खांसी तो कराएं जांच
आकाश हॉस्पिटल के रेस्पिरेटरी विभाग के डॉक्टर अक्षय बुद्धराजा ने बताया कि अभी खांसी लंबी चल रही है। ऐसा हो रहा है कि जो लोग वायरल की वजह से भर्ती नहीं हुए, वो खांसी के इलाज के लिए आ रहे हैं। अभी दो ऐसे मरीज एडमिट भी हैं, जो अपने मन से दवा खरीदकर खा रहे थे। एक को टीबी, तो दूसरे को बैक्टीरियल निमोनिया मिला है। यह इन्फेक्शन, एलर्जी की वजह से हो सकता है। ऐसे लोगों में कफ बहुत सामान्य है। इलाज के लिए हाई डोज एंटीबायोटिक देनी पड़ रही है, टीबी की दवा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को खांसी 5 से 7 दिनों तक खिंच जाए तो उन्हें जांच जरूर करानी चाहिए। इसके लिए पहले डॉक्टर को दिखाएं, उनकी सलाह पर ब्लड टेस्ट और एक्सरे करानी चाहिए।
5 से 7 दिनों से ज्यादा खिंचे खांसी तो कराएं जांच
आकाश हॉस्पिटल के रेस्पिरेटरी विभाग के डॉक्टर अक्षय बुद्धराजा ने बताया कि अभी खांसी लंबी चल रही है। ऐसा हो रहा है कि जो लोग वायरल की वजह से भर्ती नहीं हुए, वो खांसी के इलाज के लिए आ रहे हैं। अभी दो ऐसे मरीज एडमिट भी हैं, जो अपने मन से दवा खरीदकर खा रहे थे। एक को टीबी, तो दूसरे को बैक्टीरियल निमोनिया मिला है। यह इन्फेक्शन, एलर्जी की वजह से हो सकता है। ऐसे लोगों में कफ बहुत सामान्य है। इलाज के लिए हाई डोज एंटीबायोटिक देनी पड़ रही है, टीबी की दवा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को खांसी 5 से 7 दिनों तक खिंच जाए तो उन्हें जांच जरूर करानी चाहिए। इसके लिए पहले डॉक्टर को दिखाएं, उनकी सलाह पर ब्लड टेस्ट और एक्सरे करानी चाहिए।
'खांसी की ठोस वजह बता पाना मुश्किल'
बीएलके सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर संदीप नय्यर ने कहा कि कुछ लोगों में खांसी जा ही नहीं रही है। एक-एक महीने तक लोग खांस रहे हैं। इसकी ठोस वजह तो बताना मुश्किल है, लेकिन या तो इन्फ्लूएंजा में भी म्यूटेशन है या कोविड के शिकार लोगों का लंग्स अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है। वजह चाहे जो भी हो लेकिन लंबी खांसी सामान्य दवा से नहीं जा रही है। कई लोगों में इसके लिए स्टेराइड देना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खांसी को हल्के में लेना बाद में परेशानी की वजह बन सकती है, इसलिए खांसी को हल्के में नहीं लें।
बीएलके सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर संदीप नय्यर ने कहा कि कुछ लोगों में खांसी जा ही नहीं रही है। एक-एक महीने तक लोग खांस रहे हैं। इसकी ठोस वजह तो बताना मुश्किल है, लेकिन या तो इन्फ्लूएंजा में भी म्यूटेशन है या कोविड के शिकार लोगों का लंग्स अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है। वजह चाहे जो भी हो लेकिन लंबी खांसी सामान्य दवा से नहीं जा रही है। कई लोगों में इसके लिए स्टेराइड देना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खांसी को हल्के में लेना बाद में परेशानी की वजह बन सकती है, इसलिए खांसी को हल्के में नहीं लें।