यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध लगातार जारी है। महज शब्दों से शुरू हुआ यह युद्ध दिन पर दिन विकराल रूप लेता जा रहा है। इसमें सैकड़ों सैनिकों की आहुति दी जा रही है।
इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित यूक्रेन की आम नागरिक हो रहे हैं। हमले के बाद से ही आम लोगों में इसका डर साफ देखा जा सकता हैं।
हाल में ही रूस द्वारा दागी गई मिसाइलों ने अस्पतालों, घरों और सरकारी ऑफिस को निशाना बनाया है। इसमें आम जनता को भारी नुकसान सहना पड़ रहा है।
मारियुपोल मैटरनिटी हॉस्पिटल बना निशाना
एक रूसी हवाई हमले ने मारियुपोल के घिरे बंदरगाह शहर में एक मैटरनिटी अस्पताल को तबाह कर दिया। इस हमले ने कम से कम 17 लोगों को घायल कर दिया।
मारियुपोल नगर परिषद ने शहर में तबाह हुए अस्पताल का एक वीडियो पोस्ट किया और रूसी सेना पर हवा से कई बम गिराने का आरोप लगाया। यूक्रेन के दक्षिण-पूर्वी तट पर स्थित रणनीतिक बंदरगाह शहर मारियुपोल कई दिनों से घेराबंदी में था। रूसी सेना ने इस शहर का पूरी तरह से घेराव कर लिया था।
मारियुपोल में हमले की खबर तब सामने आई जब बंदरगाह शहर के डिप्टी मेयर ने कहा कि रूस की सेना ने अस्थायी संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। निकासी बिंदुओं पर गोलीबारी की गई जो नागरिकों को सुरक्षा तक पहुंचने में मदद करने के लिए थे।
उन्होंने यह भी कहा कि दो सप्ताह पहले रूस द्वारा आक्रमण शुरू करने के बाद से मारियुपोल में लगभग 1,200 नागरिक मारे गए हैं, जिससे शहर को शवों को निपटाने के लिए सामूहिक कब्रों का उपयोग करने के लिए मजबूर होना पड़ा। बिजली, पानी और सीवेज लाइनों को काट दिया गया है। उन्होंने कहा कि जब कर्मचारियों ने बिजली लाइनों की मरम्मत की कोशिश की, तो रूसी सेना ने उन पर गोलीबारी की।
30 मार्च को, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बताया कि 24 फरवरी से यूक्रेन में मेडिकल केयर पर 82 बार रूसी हमले हुए हैं। इनमे स्वास्थ्य सुविधाओं, रोगियों और स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि इन हमलों में कम से कम 72 लोग मारे गए और 43 घायल हुए।
बुचा नरसंहार
कीव उपनगर बुचा में 300 से अधिक शव मिले हैं। इसमें से कुछ के हाथ बंधे हुए हैं, मांस जल गया है और सिर के पिछले हिस्से में गोली मारी गई है।
27 फरवरी 2022 को, रूसी अग्रिम बल बुका शहर में चले गए, जिससे यह रूसी सेना द्वारा कब्जा किए गए कीव के पहले बाहरी क्षेत्रों में से एक बन गया। मेयर अनातोली फेडोरुक ने बताया कि बुका की सड़कें लाशों से भरी पड़ी हैं और 280 शवों को एकत्र किया गया है। इनको सामूहिक कब्रों में दफनाया गया है।
कुल मिलाकर बुका में लगभग 320 शव पाए गए हैं, जिनमें से लगभग आधे शवों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा, “ये हमारे शहर के नागरिक हैं जिन्हें रूसियों द्वारा क्रूरतापूर्वक मार दिया गया था, क्रूरतापूर्वक प्रताड़ित किया गया था,”। यूनाइटेड नेशन सहित कई देशों ने इस कृत्य की कड़ी निन्दा की है।
बोरोड्यांका में हुई हत्याएं
राजधानी से महज 25 मील की दूरी पर स्थित एक छोटे से शहर बोरोड्यांका को आक्रमण की शुरुआत के बाद से सबसे खराब गोलाबारी का सामना करना पड़ा है।
ऐसा दावा किया जा रहा है कि इस हमले में 100 से ज्यादा नागरिक मारे गए है। पुलिस ने कहा है कि रूसी हमलों से जमीन पर गिरे आवासीय अपार्टमेंट इमारतों के मलबे के नीचे सैकड़ों लोग दबे हो सकते हैं। स्थानीय पुलिस और प्रशासन द्वारा लगातार मशक्कत की जा रही है ताकि फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला जा सके।
आपको बता दें कि इस उपनगर में करीब 200 लोग अब भी लापता हैं। यहां लगभग 10 अपार्टमेंट ब्लॉकों पर बमबारी की गई थी। ऐसा माना जा रहा है कि जब इन इमारतों पर हमला हुआ तो ये एक साथ ढह कर जमीन पर आ गिरी। यहीं वजह ही कि मौतों की संख्या बढ़ भी सकती है।
महिलाओं का किया गया शोषण
रूसी सेना पर इन हमलों के दौरान बड़ी संख्या में छोटी बच्चियों और महिलाओं पर जबरदस्ती यौन संबंध बनाने और रेप करने का आरोप लगाया गया है। कई आंखों देखा लोगों ने इस बात को सही बताया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इसको घिनौना कृत्य करार दिया है।